कृषि वैज्ञानिकों ने दिया ग्रामीणों को मशरूम का प्रशिक्षण

गोविन्द बल्लभ पंत कृषि विश्वविद्यालय ने महायोगी गुरु गोरखनाथ राजकीय महाविद्यालय बिध्यानी, यमकेश्वर में दो दिवसीय मशरूम उत्पादन हेतु कार्यशाला आयोजित की।
महायोगी गुरु गोरखनाथ राजकीय महाविद्यालय बिथ्याणी में दो दिवसीय मशरूम प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। यह आयोजन 14 और 15 मई को किया गया। यह आयोजन गोविंद बल्लभ पंत एग्रीकल्चर एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के सहयोग से अनुसूचित जाति के उत्थान के लिए मशरूम उत्पादन के संबंध में प्रशिक्षण किया गया।
मशरूम अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केंद्र पंतनगर के प्रोफेसर एवं संयुक्त निदेशक एसके मिश्रा और महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. योगेश कुमार शर्मा ने संयुक्त रूप से प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन किया। जिसमें यमकेश्वर क्षेत्र के दो सौ से अधिक लोगों को प्रशिक्षण दिया गया।
इसमें ग्रामीणों को मशरूम के विषय में कृषि वैज्ञानिक डॉ एस के मिश्रा जॉइंट निदेशक शोध परियोजना कृषि विश्वविद्यालय ने बताया कि किस प्रकार से आज मशरूम के द्वारा आर्थिक विकास किया जा सकता है।
इसके साथ ही डॉ जितेन्द्र क्वात्रा निदेशक प्रसार गोविंद बल्लभ पंत विश्वविद्यालय ने बताया कि कृषकों के किस प्रकार से मधुमक्खी पालन, बागवानी, पशुपालन एवं डेरी उद्योग जैसी अनके योजनाएं विश्वविद्यालय द्वारा संचालित की जा रही है जिसके बारे में विस्तार से बताया गया।
इसके अलावा किसानों को धान, सब्जियों के बीज, आम, अमरूद, नींबू, लीची के पौधे एवं मशरूम के उत्पादन करने में प्रयोग होने वाले उपकरण और बैग उपलब्ध कराए गए।
डॉ पुरूषोत्तम कुमार केवीके प्रभारी हरिद्वार ने तकनीकी के प्रयोग से कृषि करने पर जोर दिया गया साथ में ही विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो डॉ मनमोहन सिंह चौहान ने आनलाइन माध्यम से सभी ग्रामीणों से कृषि करने एवं साफ सफाई रखने पर विशेष जोर दिया और आश्वासन दिया कि भविष्य में भी इस प्रकार के प्रशिक्षण दिया जायेंगे।
कार्यक्रम के अंतिम दिन प्रो. एसके मिश्र ने मशरूम उत्पादन की प्रक्रिया एवं मशरूम के माध्यम से रोजगार के लिए लोगों को जागरूक किया।
इसके साथ ही प्राचार्य प्रो डॉ योगेश कुमार शर्मा ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया और कहा कि यमकेश्वर ब्लॉक के किसानों को, जनता को एवं महाविद्यालय के छात्रों को लाभ मिलेगा। कार्यक्रम का संचालन डॉ नीरज नौटियाल असिस्टेंट प्रोफेसर ने किया।
इस अवसर पर जितेंद्र क्वात्रा, अनिल चौहान, सुशील कंडवाल, राजेंद्र भंडारी, डॉ. नीरज नौटियाल, महेंद्र सिंह बिष्ट, मानेंद्र सिंह बिष्ट, डॉ गिरिराज सिंह, डॉ उमेश त्यागी, डॉ विनय पांडेय, पूजा रानी, डॉ नरेंद्र सिंह, बीना देवी आदि उपस्थित रहे।