सीएम योगी से हरिद्वार सांसद त्रिवेंद्र ने की मुलाकात, सीमावर्ती क्षेत्रों के विकास पर हुई चर्चा

हरिद्वार से लोकसभा सांसद एवं उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उनके सरकारी आवास 5, कालिदास मार्ग, लखनऊ में शिष्टाचार भेंट की।
यह भेंट महज औपचारिकता नहीं, बल्कि दो पड़ोसी राज्यों के बीच विकास और समन्वय के लिए एक महत्वपूर्ण पहल बनकर सामने आई।
सीमावर्ती क्षेत्रों के विकास पर हुई गंभीर चर्चा
हरिद्वार से लोकसभा सांसद एवं उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से शिष्टाचार भेंट की।
इस मुलाकात के दौरान दोनों नेताओं के बीच उत्तराखंड-उत्तर प्रदेश की सीमा से जुड़े अनेक महत्त्वपूर्ण विकासीय विषयों पर विचार-विमर्श हुआ।
त्रिवेंद्र रावत ने विशेष रूप से इकबालपुर-नागल सिंचाई परियोजना का उल्लेख करते हुए सीएम योगी से आग्रह किया कि इस परियोजना को शीघ्र ही केंद्र सरकार के जल शक्ति मंत्रालय के समक्ष प्रस्तुत किया जाए, ताकि इसके क्रियान्वयन में तेजी लाई जा सके।
उन्होंने बताया कि इस परियोजना के पूर्ण होने से दोनों राज्यों की सीमा पर बसे लगभग 5 लाख नागरिकों को सिंचाई, कृषि और जल आपूर्ति के क्षेत्र में सीधा लाभ मिलेगा।
यह परियोजना लंबे समय से लंबित है और इसकी स्वीकृति दोनों राज्यों के किसानों के लिए वरदान साबित हो सकती है।
लिब्बरहेड़ी नहर पर क्षतिग्रस्त पुल का मुद्दा भी उठा
सांसद त्रिवेंद्र रावत ने मुख्यमंत्री योगी का ध्यान लिब्बरहेड़ी नहर पर स्थित क्षतिग्रस्त पुल की ओर भी आकर्षित किया। उन्होंने बताया कि इस पुल के क्षतिग्रस्त होने के कारण स्थानीय किसानों को आवाजाही में गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, जिससे कृषि कार्यों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है।
उन्होंने इसके शीघ्र मरम्मत या पुनर्निर्माण के लिए उत्तर प्रदेश सरकार से आवश्यक कार्रवाई का आग्रह किया।
संवाद और सहयोग की भावना विकास की कुंजी
इस अवसर पर त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा, ‘उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के सीमावर्ती क्षेत्रों के समन्वित विकास के लिए संवाद और सहयोग की भावना अत्यंत आवश्यक है। यह पहल केवल भौगोलिक विकास नहीं, बल्कि सामाजिक और आर्थिक समरसता की ओर एक ठोस कदम है।’
उन्होंने विश्वास जताया कि यह मुलाकात दोनों राज्यों के बीच परस्पर सहयोग को नई दिशा देगी और सीमावर्ती क्षेत्रों के निवासियों को दीर्घकालिक लाभ प्राप्त होगा।
विकास पर केंद्रित रही मुलाकात
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत की बातों को गंभीरता से सुना और आश्वस्त किया कि उत्तर प्रदेश सरकार इन विषयों पर यथासंभव सकारात्मक और त्वरित कार्यवाही करेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश न केवल भौगोलिक रूप से जुड़े हैं, बल्कि सांस्कृतिक और ऐतिहासिक रूप से भी गहरे संबंध साझा करते हैं। इसलिए दोनों राज्यों के बीच आपसी समन्वय और सहयोग अत्यंत महत्वपूर्ण है।
यह भेंट न केवल विकास परियोजनाओं की दिशा में एक सकारात्मक कदम मानी जा रही है, बल्कि यह दो पड़ोसी राज्यों के बीच सहयोग की मिसाल भी पेश करती है।