इस बार ‘स्मार्ट कृषि एवं डिजिटल क्रांति द्वारा समृद्ध किसान’ थीम पर आयोजित होगा किसान मेला

उत्तराखंड के गोविन्द बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, पंतनगर में आयोजित होने वाला प्रतिष्ठित 118वां अखिल भारतीय किसान मेला एवं कृषि उद्योग प्रदर्शनी इस वर्ष 10 से 13 अक्टूबर 2025 तक आयोजित किया जाएगा।
यह निर्णय विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित किसान मेला सलाहकार समिति की एक महत्वपूर्ण बैठक में लिया गया, जिसकी अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. मनमोहन सिंह चौहान ने की।
बैठक में सर्वसम्मति से यह तय किया गया कि इस वर्ष का किसान मेला ‘स्मार्ट कृषि एवं डिजिटल क्रांति द्वारा समृद्ध किसान’ विषय पर आधारित होगा।
यह थीम देश में तेजी से बदलती कृषि तकनीकों और डिजिटल समाधान के माध्यम से किसानों की आय और जीवन स्तर को सुधारने की दिशा में उठाया गया एक सशक्त कदम है।
बैठक में हुआ समग्र चर्चा का दौर
बैठक का संचालन समिति के सदस्य सचिव एवं निदेशक, प्रसार शिक्षा डॉ. जितेन्द्र क्वात्रा ने किया। बैठक में विश्वविद्यालय के अधिष्ठाता, विभिन्न निदेशकगण, संयुक्त निदेशक और कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
जिन्होंने किसान मेले की रूपरेखा, कार्यक्रमों की योजना और कार्यान्वयन को लेकर अपने बहुमूल्य सुझाव दिए।
निम्नलिखित बिंदुओं पर चर्चा की गई:
- किसान मेले के सफल संचालन हेतु विभिन्न समितियों का गठन।
- प्रगतिशील कृषकों को आमंत्रित कर उनके अनुभव साझा कराना।
- किसान गोष्ठियों में वैज्ञानिकों द्वारा व्याख्यान और तकनीकी जानकारी देना।
- विश्वविद्यालय के विभिन्न शोध केंद्रों का भ्रमण कार्यक्रम।
- मेले के दौरान आयोजित की जाने वाली प्रदर्शनी और स्टाल व्यवस्था।
- उत्कृष्ट स्टाल धारकों को पुरस्कार प्रदान करना।
- किसान हितैषी तकनीकों का डेमो और लाइव प्रदर्शन।
- कार्यक्रम के लिए प्रस्तावित विस्तृत बजट योजना।
प्रगतिशील किसानों को मिलेगा मंच
कुलपति डॉ. चौहान ने विशेष रूप से इस बात पर बल दिया कि मेले में देशभर के प्रगतिशील कृषकों को आमंत्रित किया जाए ताकि उनके अनुभव, नवाचार और चुनौतियों से उबरने के तरीकों को अन्य किसान सीख सकें।
इससे ज्ञान का आदान-प्रदान होगा और ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि के प्रति एक नया आत्मविश्वास विकसित होगा।
क्यों है पंतनगर किसान मेला खास?
पंतनगर किसान मेला केवल एक आयोजन नहीं, बल्कि यह देशभर के किसानों, वैज्ञानिकों, कृषि तकनीशियनों और उद्यमियों के लिए एक साझा मंच है, जहां नवीनतम कृषि तकनीकों, कृषि यंत्रों, बीजों, उर्वरकों और डिजिटल समाधानों का प्रदर्शन किया जाता है।
यहां किसानों को समस्या समाधान, प्रशिक्षण, नेटवर्किंग और नवाचारों की जानकारी एक ही स्थान पर मिलती है।
इस वर्ष, स्मार्ट कृषि, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, रिमोट सेंसिंग, ड्रोन तकनीक, जैविक खेती, प्राकृतिक खेती, फसल बीमा और ई-कॉमर्स जैसे आधुनिक विषयों पर विशेष सत्र आयोजित किए जाएंगे।
विश्वविद्यालय का यह प्रयास है कि कृषि को केवल एक पेशा न मानकर, उसे एक सशक्त उद्यम के रूप में प्रस्तुत किया जाए।
किसान मेला 2025 न केवल कृषि क्षेत्र के लिए एक नवाचार का उत्सव होगा, बल्कि यह ग्रामीण अर्थव्यवस्था को गति देने का एक मजबूत मंच भी सिद्ध होगा।
इस बार की थीम ‘स्मार्ट कृषि एवं डिजिटल क्रांति द्वारा समृद्ध किसान’ अपने आप में एक क्रांतिकारी विचार है, जो देश के किसानों को नए युग की ओर अग्रसर करेगा।
पंतनगर विश्वविद्यालय एक बार फिर से तैयार है किसानों को ज्ञान, तकनीक और समृद्धि की ओर ले जाने के इस महायात्रा में एक मजबूत साथी बनने के लिए।