राज्य के युवाओं को पर्वतारोहण, स्कीइंग और एमटीबी प्रशिक्षण हेतु UTDB करेगा प्रायोजित

राज्य के युवाओं को पर्वतारोहण, स्कीइंग और एमटीबी प्रशिक्षण हेतु UTDB करेगा प्रायोजित

उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद् के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं सचिव पर्यटन धीराज सिंह गब्र्याल ने जानकारी दी है कि राज्य सरकार द्वारा साहसिक पर्यटन क्षेत्र में युवाओं को कौशल विकास एवं रोजगार के अवसर प्रदान करने के उद्देश्य से पर्वतारोहण, स्कीइंग एवं माउंटेन बाइकिंग (एमटीबी) जैसे प्रशिक्षणों के लिए विशेष प्रोत्साहन योजना शुरू की गई है।

इस योजना के अंतर्गत, राज्य के स्थानीय युवाओं द्वारा भारत सरकार से मान्यता प्राप्त 6 राष्ट्रीय संस्थानों से इन कोर्सों में प्रशिक्षण प्राप्त करने पर, यदि प्रतिभागी ‘अल्फा (A)’ ग्रेड प्राप्त करता है, तो उसे उसके द्वारा भुगतान की गई प्रशिक्षण शुल्क की पूर्ण प्रतिपूर्ति की जाएगी।

प्रायोजित कोर्स:

  • पर्वतारोहण – बेसिक एवं एडवांस कोर्स
  • स्कीइंग – बेसिक, इंटरमीडिएट एवं एडवांस कोर्स
  • माउंटेन बाइकिंग (MTB) – बेसिक कोर्स

मान्यता प्राप्त प्रशिक्षण संस्थान:

  • नेहरू पर्वतारोहण संस्थान, उत्तरकाशी (उत्तराखंड)
  • अटल बिहारी वाजपेयी पर्वतारोहण एवं स्कीइंग संस्थान, मनाली (हिमाचल प्रदेश)
  • हिमालयन पर्वतारोहण संस्थान, दार्जिलिंग (पश्चिम बंगाल)
  • जवाहर पर्वतारोहण संस्थान, (जम्मू एवं कश्मीर)
  • इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ स्की एंड माउंटनीयरिंग, गुलमर्ग (जम्मू एवं कश्मीर)
  • नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ माउंटनीयरिंग एंड एडवेंचर स्पोर्ट्स, (अरुणाचल प्रदेश)

इन संस्थानों से प्रशिक्षण प्राप्त करने हेतु प्रतिकोर्स लगभग ₹25,000/-से ₹30,000/- का व्यय होता है। पर्यटन विभाग की इस पहल से राज्य के ऐसे युवाओं को प्रोत्साहन प्राप्त होगा जो कि इस क्षेत्र में अपना भविष्य बनाना चाहते हैं व इन साहसिक प्रशिक्षणों में प्रतिभाग रोजगार की दृष्टि से करते हैं।

इन सभी प्रशिक्षणों को प्राप्त करने में अधिक धनराशि व्यय होने के फलस्वरूप उन्हें विभाग द्वारा प्रोत्साहन दिये जाने हेतु धनराशि उपलब्ध कराई जा रही है।

विभाग द्वारा अवगत कराया गया है कि योजना का लाभ प्राप्त करने वाले अभ्यर्थियों को अपने स्तर से प्रशिक्षण प्राप्त करना होगा तदोपरान्त संस्थान को भुगतान की गयी धनराशि का प्रमाण एवं अल्फा (A) ग्रेड में प्रशिक्षण पूर्ण करने के प्रमाण-पत्र सहित अपना विविरण सम्बन्धित जनपद के जिला पर्यटन विकास अधिकारी को प्रस्तुत करना होगा।

जिला पर्यटन विकास अधिकारी अभिलेखों के परीक्षोपरान्त आवेदक के बैंक खाता एवं अन्य सूचनायें पर्यटन परिषद मुख्यालय देहरादून को उपलब्ध करायेंगे। मुख्यालय द्वारा कोर्स फीस सीधे लाभार्थियों के खाते में उपलब्ध करा दी जायेगी।

प्रशिक्षण अवधि और लाभ

  • यह प्रशिक्षण सितंबर 2025 से मार्च 2026 तक आयोजित किए जाएंगे।
  • साहसिक पर्यटन के ये प्रशिक्षण युवाओं के शारीरिक, मानसिक एवं तकनीकी विकास में सहायक होंगे।
  • प्रशिक्षण प्राप्त युवा भविष्य में ट्रैकिंग या पर्वतारोहण गाइड, स्कीइंग प्रशिक्षक, या साहसिक खेलों में स्वरोजगार हेतु पात्र बन सकते हैं।

पर्यटन विभाग की यह पहल प्रदेश के युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने, उन्हें साहसिक पर्यटन के प्रति आकर्षित करने और पर्यटन उद्योग में प्रशिक्षित मानव संसाधन विकसित करने की दिशा में एक प्रभावी कदम है।

Yogi Varta

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