उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय को मिला नया कुलपति, प्रो. नवीन चन्द्र लोहनी बने विश्वविद्यालय के कुलपति

उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय, हल्द्वानी को नया कुलपति मिल गया है। राज्यपाल एवं कुलाधिपति ले. जनरल (सेवानिवृत्त) गुरमीत सिंह ने देश के प्रतिष्ठित साहित्यकार, भाषाविद एवं शिक्षाविद प्रो. नवीन चन्द्र लोहनी को विश्वविद्यालय का कुलपति नियुक्त किया है।
बागेश्वर जनपद के पचार गांव में जन्मे प्रो. लोहनी वर्तमान में चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ में हिंदी एवं आधुनिक भारतीय भाषा विभाग के वरिष्ठ आचार्य/अध्यक्ष हैं।
वे पूर्व में इसी विश्वविद्यालय में अधिष्ठाता, मुक्त एवं दूरस्थ शिक्षा तथा ऑनलाइन शिक्षा के निदेशक, साहित्यिक-सांस्कृतिक परिषद के संयोजक और कुलसचिव जैसे महत्वपूर्ण प्रशासनिक दायित्वों का कुशलतापूर्वक निर्वहन कर चुके हैं।
35 वर्षों से अधिक के शिक्षण अनुभव के साथ प्रो. लोहनी ने देश-विदेश में हिन्दी भाषा, साहित्य और संस्कृति के प्रचार-प्रसार में अतुलनीय योगदान दिया है।
वे रवीन्द्रनाथ टैगोर चेयर, लौजान विश्वविद्यालय, स्विट्ज़रलैंड और आईसीसीआर चेयर, शंघाई अंतरराष्ट्रीय अध्ययन विश्वविद्यालय, चीन में विजिटिंग प्रोफेसर भी रहे हैं। उन्होंने न्यूयॉर्क, मारीशस, जोहान्सबर्ग, भोपाल, फीजी समेत कई देशों में आयोजित विश्व हिन्दी सम्मेलनों में भारत का प्रतिनिधित्व किया है।
एक दर्जन से अधिक पुस्तकों के लेखक प्रो. लोहनी ने 70 से अधिक शोध लेख प्रकाशित किए हैं। 26 शोधार्थियों को पीएचडी तथा 99 छात्रों को एम.फिल. की उपाधि प्रदान करवा चुके हैं।
उन्हें उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा दो बार ‘उत्कृष्ट अध्ययन केंद्र योजना’ से सम्मानित किया गया है। हाल ही में उन्हें अंतरराष्ट्रीय प्रेमचंद आलोचना सम्मान और उत्तर प्रदेश भाषा संस्थान द्वारा ‘शब्द शिल्पी सम्मान’ से अलंकृत किया गया है।
हिन्दी की वैश्विक उपस्थिति के लिए उन्होंने चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में ‘प्रवासी साहित्य पाठ्यक्रम’ की स्थापना की और कौरवी लोक साहित्य को शोध का विषय बनाया। देश-विदेश में उनके सैकड़ों रेडियो और टेलीविजन कार्यक्रम प्रसारित हो चुके हैं।
एक संवेदनशील विचारक, साहित्यिक आलोचक और अनुशासित प्रशासक के रूप में उन्होंने हर स्तर पर शिक्षा और भाषा की गरिमा को ऊंचा उठाया है।
प्रो. लोहनी की नियुक्ति पर शिक्षाविदों, साहित्यकारों एवं विश्वविद्यालय परिवार में प्रसन्नता व्याप्त है। उत्तराखंड जैसे सांस्कृतिक एवं भाषाई रूप से समृद्ध प्रदेश को प्रो. लोहनी के नेतृत्व में एक नई दिशा और पहचान मिलने की आशा की जा रही है।
सूर्य प्रकाश सेमवाल